Thursday, June 27, 2019

विश्व कप 2019: धोनी की धीमी बल्लेबाज़ी पर कप्तान कोहली ने क्या कहा ?

भारत के लिए टीम के कप्तान विराट कोहली ने सर्वाधिक 72 रन बनाए. इसके अलावा टीम के अनुभवी बल्लेबाज़ महेंद्र धोनी ने भी अर्धशतक जमाया और नाबाद 56 रनों की पारी खेली. धोनी ने अपनी पारी में कुल 61 गेंदे खेली और तीन चौके और दो छक्के लगाए.
धोनी की पारी की चर्चा इसलिए अहम है क्योंकि धोनी ने अपनी पारी की शुरुआत बहुत ही धीमी रफ़्तार से की. शुरुआती 20 रन बनाने के लिए धोनी ने कुल 40 गेंदे खेली. इस दौरान कई मौक़ों पर उनके साथी बल्लेबाज़ पर अतिरिक्त दबाव भी देखा गया.
धोनी ने विराट कोहली के साथ 40 रन और हार्दिक पंड्या के साथ 70 रनों की साझेदारी की. विराट कोहली के साथ 40 रनों की साझेदारी में धोनी ने 32 गेंदों पर 17 रन बनाए थे.
हालांकि अंतिम ओवर में धोनी ने दो छक्के और एक चौका लगाकर भारतीय पारी को बेहतरीन तरीके से अंजाम तक पहुंचाया लेकिन बीच के ओवरों में उनकी धीमी बल्लेबाज़ी की लगातार आलोचना होती रही.
मैच जीतने के बाद मैन ऑफ़ द मैच बने विराट कोहली ने धोनी की बल्लेबाज़ी पर विशेष टिप्पणी की और कहा, ''धोनी जो करना चाहते हैं उसके बारे में सोचते हैं. किसी भी खिलाड़ी का बुरा दिन हो सकता है. जब धोनी का बुरा दिन होता है तो सभी उनके बारे में बाते करने लगते हैं. लेकिन हम उनके साथ खड़े हैं. सबसे अच्छी बात यह है कि जब आखिरी ओवरों में हमें 15-20 अतिरिक्त रन चाहिए होते हैं तो धोनी हमें वो बनाकर देते हैं.''
''धोनी को पता है कि निचलेक्रम के बल्लेबाज़ों के साथ कैसे बैटिंग करनी है. दस में से आठ बार उनका अनुभव हमारे काम आता है. हमारे पास बहुत कम खिलाड़ी हैं जो तुरंत हालात के अनुसार बल्लेबाज़ी बदल सकते हैं. धोनी एक ऐसे शख्स हैं जो तुरंत पिच का मिज़ाज समझकर बता देते हैं कि यहां पर कितना स्कोर बनाया जा सकता है.''
''अगर धोनी बोल देते हैं कि यहां पर 265 का स्कोर अच्छा रहेगा तो हम 300 के बारे में सोचना छोड़ देते हैं. वो हमारे लिए एक महान खिलाड़ी हैं और हम चाहते हैं कि वो लगातार हमारे साथ बने रहें.''
''पिछले दो मैचों में चीज़ें हमारे मन-मुताबिक नहीं चलीं, लेकिन फिर भी हम जीतने में कामयाब रहे. हमें लगता है कि हम किसी भी तरह के हालात से मैच को जीत सकते हैं.''
दरअसल भारत को अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ मैच जीतने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी थी. उस पारी में भी धोनी ने काफी धीमी बल्लेबाज़ी की थी, जिसके बाद धोनी की आलोचना होने लगी थी.
वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ भी भारतीय बल्लेबाज़ी कुछ वक़्त के लिए संघर्ष करती हुई दिखी. टीम के ओपनर रोहित शर्मा महज़ 18 रन बना सके. केएल राहुल ने 48 रन बनाए लेकिन बड़ी पारी खेलने में नाकामयाब रहे. वहीं विजय शंकर 14 और केदार जाधव महज़ सात रन बना सके.
अंत के ओवरों में हार्दिक पंड्या ने 38 गेंदों पर 48 रन बनाकर भारतीय पारी को गति प्रदान की जिससे भारत वेस्ट इंडीज़ को 269 रनों का लक्ष्य देने में कामयाब रहा.
धीमी और असमान उछाल वाली पिच पर वेस्ट इंडीज़ के बल्लेबाज़ों के लिए भारतीय गेंदबाज़ी का सामना करना आसान चुनौती नहीं रहा.
भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी ने वेस्ट इंडीज़ को शुरुआती झटके दिए. उन्होंने क्रिस गेल को छह और शाय होप को पांच रन पर आउट किया. शमी ने मैच में 6.2 ओवर की गेंदबाज़ी की जिसमें उन्होंने 16 रन देकर चार विकेट हासिल किए.
वहीं दुनिया के नंबर एक गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ने भी छह ओवर में महज़ नौ रन देकर दो विकेट चटकाए.
पूरे मैच के दौरान एक बार भी ऐसा नहीं लगा कि वेस्ट इंडीज़ मैच में वापसी कर सकती है. वेस्ट इंडीज़ की पूरी टीम 34.2 ओवर में 143 रनों पर ढेर हो गई.
स्पिनर युजवेद्र चहल ने दो और कुलदीप यादव ने एक विकेट लिया, जबकि हार्दिक पंड्या को भी एक सफलता मिली.

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