Tuesday, September 18, 2018

एशिया कप: तमीम इक़बाल जिसने एक हाथ से की बल्लेबाजी

अपने किरदार पर बात करते हुए अनुष्का कहती हैं, "मैं इस फ़िल्म में बहुत ही सीधी और एक गांव की महिला का किरदार निभा रही हूँ. वो दिखने में सीधी ज़रूर है, लेकिन बहुत ही आत्मविश्वासी और मेहनती है. मैंने असल ज़िन्दगी में ऐसे कई लोग देखे हैं जो घर पर काम करने वाली महिला को वो इज्ज़त और हक़ नहीं देते जो उन्हें मिलना चाहिए."
"लोगों को लगता है कि जो औरतें घर संभालती हैं वो कुछ नहीं करतीं क्योंकि वो कमाती नहीं है और जो महिला घर से बाहर जाती है, पैसे कमाती है वो ही मेहनत करती है. बल्कि ऐसी सोच ग़लत है. अगर घर सँभालने वाली महिला घर ना संभाले, बच्चों की देख-रेख ना करे तो आप कैसे आराम से दफ़्तर जा सकते है. कैसे आप बिना किसी चिंता के काम पर ध्यान दे सकते हैं. इसलिए ज़रूरी है कि हर किसी को बराबर सम्मान दें और ये याद रखें कि आपकी तरक्की में आपके घर की महिला का बहुत बड़ा योगदान है."
वरुण धवन और अनुष्का शर्मा की फिल्म 'सुई धागा: मेड इन इंडिया' कहानी है ममता और मौजी की, जो जिंदगी की ठोकर लगने के बाद ख़ुद ही अपने सपनों को बुनते हैं.
कड़ी मेहनत से नामुमकिन से लगने वाले सपनों को पूरा करते हैं. फिल्म का निर्देशन शरत कटारिया ने किया है. फिल्म में वरुण और अनुष्का पति-पत्नी बने हैं.
मनीष शर्मा ने इस फिल्म को प्रोड्यूस किया है. फिल्म के ज़्यादातर हिस्से की शूटिंग मध्य प्रदेश में हुई है. फिल्म इसी साल 28 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ हो रही है.
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में शनिवार को एक ऐसी चीज देखने को मिली जो क्रिकेट के मैदान पर कभी-कभी ही देखने को मिलती है.
एशिया कप में श्रीलंका के ख़िलाफ़ बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेशी टीम को शुरुआत में ही तमीम इक़बाल के रूप में करारा झटका लगा.
मैच के दूसरे ओवर में ही कलाई में लगी चोट की वजह से डॉक्टरों ने उन्हें मैदान के बाहर भेज दिया. यही नहीं डॉक्टरों ने कहा कि अब वह एशिया कप भी नहीं खेल पाएंगे.
मैच के दूसरे ओवर में ही रिटायर्ड हर्ट होने के बाद तमीम को अस्पताल ले जाया गया जहां किए गए स्कैन में पता चला कि उनकी उंगली की हड्डी टूट गई है.
लेकिन तमीम के क्रीज़ से हटते ही उनकी टीम के विकेट गिरना शुरू हो गए.
इन दो खिलाड़ियों के अलावा बांग्लादेश का कोई बल्लेबाज 20 रन का आंकड़ा भी पार नहीं कर सका.
मुशफिकर रहीम एक छोर पर डटे हुए थे लेकिन दूसरे छोर पर एक के बाद एक खिलाड़ी आउट होता जा रहा था. मैच में 46.5 ओवर पर बांग्लादेश की टीम के 9 विकेट गिर चुके थे और टीम का स्कोर 229 रन था.
बांग्लादेशी टीम के 9 विकेट गिरने के बाद एक तरह से ये तय हो गया था कि श्रीलंका को जीत के लिए 230 रन बनाने होंगे.
लेकिन तभी एक चौंकाने वाली बात हुई और तमीम इक़बाल ने चोट के बावजूद मैदान पर उतरने का फ़ैसला किया.
तमीम ने मैदान पर उतरने के बाद सिर्फ दो गेंद और खेली लेकिन उनकी वजह से टीम का स्कोर 261 रन पहुंच गया.
क्रिकेट या किसी और खेल में खिलाड़ियों की फिटनेस मैच में जीत-हार तय करने में अहम भूमिका निभाती है.
लेकिन क्रिकेट के मैदान पर कभी-कभी ऐसे खिलाड़ी भी देखे जाते हैं जो चोटिल होने के बाद भी क्रिकेट और अपने देश के लिए खेलने उतर आते हैं.
तमीम इक़बाल का नाम आज ऐसे ही खिलाड़ियों में शामिल हो गया है.
इससे पहले अनिल कुंबले भी जबड़े में चोट लगने के बाद बॉलिंग करने के लिए मैदान में उतर चुके हैं.
लेकिन अगर बल्लेबाजी की बात करें तो वेस्ट इंडीज़ के मैल्कम मार्शल ने साल 1984 में इंग्लिश टीम के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच में खेलते हुए टूटे हाथ से बल्लेबाजी की थी.

Friday, September 14, 2018

二十年间灾害翻两番

英国慈善机构 于周日一份报告中指出,与气候相关的灾害在过去二十年中翻了两番。
报告公布,20世纪80年代平均每年发生灾害120起,如今已多至每年500起,增长原因是由全球暖化带来的不可预测的天气状况。

  会长芭芭拉·斯托金说:“我们看到今年洪水袭击了南亚、非洲全境及墨西哥,受灾人数超过两亿五千万。”

“这符合更加频繁、更不稳定、更难预测、更极端的天气事件模式,其影响人群越来越广。”
新华社周六报道,国务院最新通报称能源保护及排放控制将成为评估官员政绩的因素之一。
地方政府官员必须完成2010年的国家能源及污染指标,否则将无法获得晋升。

报道称,中国政府为官员制定强制性目标以期为中央领导的“科学发展观”奠定基础,这一发展观念大力强调环保及社会平等。
保护主义者周一称,如果将对环境和人类健康造成的损害计算在内的话,中国煤的实际成本价将超出现价56%。
据路透社报道,世界自然基金会( )和能源基金会共同得出2006年中国每公吨煤的实际成本高达734元(99美元),而同期市场煤价格为470元(63美元)。

能源基金会的胡敏对媒体说:“中国的煤价已经相当便宜了。”

世界自然基金会指出,中国25%的排放废水来自煤矿,到2005年已经有40万人死于煤矿二氧化硫排放引发的相关疾病。
新华社报道说,位于辽宁鞍山海城市甘泉镇石桥子村的大型尾矿坝,中间决开大口子造成垮塌,多个村庄住房被冲毁, 造成了6人死亡、7人失踪、17人受伤。
在拥有980人的向阳村,建在低洼处的33间房屋被冲毁,同时造成了人员伤亡,泥流还导致该村全部断电。路透社》报道,美国印第安那州管理委员会审核通过修建美国第一座大型火电站。此火电站将应用可帮助能源产业应对全球暖化的新科技。 耗资20亿美元的“杜克能源”火电站将应用“整体煤气化联合循环技术”对煤进行气化。

该过程将对汞、主要温室气体二氧化碳等限制型污染物进行分离。
美国研究人员表示,修建一系列水处理站,帮助海洋从大气中吸收二氧化碳的方式可以减缓全球暖化。
据称,这类水处理站在原理上利用了海洋作为“巨大的二氧化碳采集者”。大约100座这样的处理站在多年后能将碳排放减少15%;大约700座能抵消所有的二氧化碳排放量。

库特•豪斯及其同事在新研究中建议,在全球修建此种特殊的水处理设施。
非营利组织“清洁空气任务组”的中东煤炭专家库特•华尔滋讲道:“这个火电站将很快成为美国碳排量最低的火电站。”

目前海城鼎洋矿业公司已停产,向尾矿库的排水、排泥作业已停止。建在向阳村高处的村小学,被临时改成了事故救援指挥中心和受灾安置场所。 路透社》周四引据一项研究报道说,绝大多数印度公司不计算碳排量,并尚未针对气候变化带给商务的影响制定应对计划。 然而,“碳披露专案”的报告补充道,很多印度公司已经意识到了全球暖化带来的商机。

报告研究的110家公司中仅有三分之一对调查进行了回应。此次调查搜集了包括气候变化带来的机遇和风险、碳排量水平及减排措施等议题的信息。

“碳披露专案”的保罗•辛普森说道:“为了赶上全球的同行,印度的公司仍需做大量的工

Tuesday, September 11, 2018

हमारी आस्था के साथ खिलवाड़ न हो इसलिए हर घर मिट्‌टी के ही गणेश की हो स्थापना

ल. आस्था से खिलवाड़ का एक गंभीर मामला सामने आया है। गुजरात के जूनागढ़ में भास्कर ने स्टिंग ऑपरेशन किया, जिसमें पता चला कि प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी और विसर्जित की गईं गणेश प्रतिमाओं को आधी कीमत पर पुन: बाजार में लाया जा रहा है। प्रतिमाओं को तालाब, नदी से इकट्ठा कर दोबारा रंग-रोगन कर बेचा जाता है। ऐसे मामलों पर हम आसानी से रोक लगा सकते हैं। यदि मिट्‌टी से बनीं प्रतिमाओं की स्थापना की जाए तो हमारी आस्था से खिलवाड़ नहीं होगा। sex
गणेश चतुर्थी पर पूरे हर्षोल्लास, भक्ति और धूमधाम के साथ सिर्फ मिट्‌टी के गणेश घर लाने के निवेदन के साथ दैनिक भास्कर हर साल 'मिट्‌टी के गणेश' अभियान चला रहा है। इस वर्ष भी आपसे आग्रह है कि अपने घर में मिट्‌टी से बने गणेशजी की ही स्थापना करें और फिर घर में ही किसी पात्र में गणेशजी का विसर्जन कर मिट्‌टी को गमले में डालकर पौधा लगा दें। इस तरह हमारे गणेशजी का पूर्ण विसर्जन हो सकेगा और जूनागढ़ जैसे मामले भी सामने नहीं आ सकेंगे।
मॉस्को. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग मंगलवार को एक आर्थिक सम्मेलन के दौरान एक दूसरे के साथ खाना पकाते नजर आए। दरअसल, जिनपिंग ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में हिस्सा लेने एक हजार बिजनेसमैन और अफसरों के दल के साथ रूस के व्लादिवोस्तोक पहुंचे थे। यहां पुतिन के साथ व्यापार नीति और उत्तर कोरिया पर चर्चा के बाद दोनों नेताओं ने एक मेले में हिस्सा लिया।
‘फार ईस्ट स्ट्रीट’ नाम के इस मेले में दोनों नेताओं ने साथ में पैनकेक बनाने के लिए शेफ की ड्रेस भी पहनी। रूसी मीडिया ने दोनों की कई फोटोज भी जारी कीं। इनमें पुतिन और जिनपिंग को साथ तवे पर केक बनाते और साथ लंच करते देखा जा सकता है। यह पहली बार नहीं है कि दोनों नेताओं ने साथ में खाना पकाने के लिए हाथ आजमाया हो। इससे पहले जब पुतिन जून में चीन दौरे पर थे तब भी उन्होंने जिनपिंग के लिए पैनकेक बनाया था।  sexy

रूस-चीन के बीच चल रहा दुनिया का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास: एक दिन पहले ही रूस और चीन ने मंगोलिया के साथ मिलकर दुनिया का सबसे बड़े युद्धाभ्यास वोस्तोक-2018 शुरू किया था। इसमें करीब तीन लाख सैनिक, 36 हजार सैन्य वाहन, 80 जहाज, 1000 एयरक्राफ्ट, हेलिकॉप्टर और ड्रोन शामिल हैं। सात दिनों तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास में पुतिन इकोनॉमिक फोरम के बाद हिस्सा ले सकते हैं। फिलहाल शी जिनपिंग इस इकोनॉमिक फोरम में शामिल मुख्य मेहमानों में से एक हैं।
गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं - भास्कर परिवार
(मिट्‌टी के गणेश के साथ अपनी सेल्फी 9200001174 नंबर पर वॉट्सएप करें। चयनित सेल्फी को भास्कर और हमारे सोशल मीडिया पेजेस पर प्रकाशित किया जाएगा।)माबाद.   पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पत्नी कुलसुम (68) के निधन के बाद बुधवार को लाहौर पहुंच गए। रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद नवाज, उनकी बेटी मरियम और दामाद कैप्टन (रिटा.) मुहम्मद सफदर को 12 घंटे की पैरोल पर रिहा किया गया है। कुलसूम का मंगलवार को लंदन के अस्पताल में निधन हो गया था। शुक्रवार को उन्हें लाहौर के जट्टी उमरा में सुपुर्दे खाक किया जाएगा। 
नवाज, मरियम और सफदर बुधवार को रावलपिंडी के नूर खान एयरबेस से लाहौर के लिए स्पेशल विमान से रवाना हुए। पंजाब सरकार ने उनकी पैरोल पर रिहाई का ऑर्डर जारी किया था।
पांच दिन की पैरोल की अपील की थी : पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब के मुताबिक- शहबाज शरीफ ने पंजाब सरकार के पास नवाज और उनके परिवार को 5 दिन की पैरोल पर छोड़े जाने का आवेदन भेजा था। पंजाब सरकार ने शहबाज की 5 दिन के आवेदन को अस्वीकार करते हुए केवल 12 घंटे की पैरोल दिए जाने पर मुहर लगाई। पीएमएमल(एन) की प्रवक्ता ने कहा कि हमें उम्मीद है कि कुलसुम के शुक्रवार को होने वाले अंतिम संस्कार के लिए पैरोल बढ़ा दी जाएगी। कुलसुम के शव को पाक लाने के लिए शहबाज शरीफ बुधवार को लंदन रवाना होंगे। पंजाब सरकार के अफसर ने भी कहा कि लाहौर में होने वाले कुलसुम के अंतिम संस्कार के लिए पैरोल की अवधि बढ़ा दी जाएगी।
लाहौर में नवाज की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम : अफसर के मुताबिक- कुलसुम का शव शुक्रवार तक पाक आने की संभावना है। लिहाजा पैरोल की अवधि न बढ़ाई जाए, इसका सवाल ही नहीं उठता। सरकार मानवीय आधार पर इसकी अनुमति पहले ही दे चुकी है। लाहौर पुलिस को नवाज की सुरक्षा जिम्मेदारी सौंपी गई है। नवाज बिना इजाजत जट्टी उमरा से बाहर नहीं जा पाएंगे। प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी कुलसुम के शव को पाक लाने में शरीफ परिवार की मदद करने के आदेश दिए थे। पिछले साल अगस्त में कुलसुम को गले के कैंसर का पता चला था। लंदन में उनके कई ऑपरेशन हुए थे। इस साल जून में हार्ट अटैक आने के बाद से वह वेंटीलेटर पर थी।

Thursday, September 6, 2018

समलैंगिकता अपराध नहीं: सुप्रीम कोर्ट ने 5 साल पुराना अपना फैसला पलटा, धारा 377 अपराध की श्रेणी से बाहर

ई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने आईपीसी की धारा 377 के उस हिस्से को अपराध की श्रेणी से बाहर कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि समान लिंग वालों का सहमति से भी जिस्मानी रिश्ता बनाना अपराध है। चीफ जस्टिक दीपक मिश्रा की अगुआई वाली पांच जजों की बेंच ने गुरुवार को अपने फैसले में कहा- समलैंगिकता अपराध नहीं है। 
कोर्ट ने कहा कि दो बालिग बंद कमरे में सहमति से संबंध बनाते हैं तो वह अपराध नहीं माना जाएगा। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने कहा कि समलैंगिक समुदाय को भी आम नागरिकों की तरह समान अधिकार हासिल हैं। एक-दूसरे के अधिकारों का सम्मान करना सर्वोच्च मानवता है। समलैंगिक संबंधों को अपराध की श्रेणी में रखना बेतुका है। इसका बचाव नहीं किया जा सकता। चीफ जस्टिस के अलावा इस बेंच में जस्टिस आरएफ नरीमन, जस्टिस एएम खानविलकर, जस्टिस इंदु मल्होत्रा और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ भी शामिल थे।
हाईकोर्ट का फैसला पलटा था सुप्रीम कोर्ट ने : आईपीसी के मुताबिक, समलैंगिकता अपराध की श्रेणी में शामिल था। ऐसे में धारा 377 की संवैधानिक वैधता को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई। हालांकि, दिल्ली हाईकोर्ट ने 2009 में दो वयस्कों के बीच सहमति से समलैंगिक संबंध को अपराध की श्रेणी से बाहर कर दिया था। 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया और धारा-377 के तहत समलैंगिकता को दोबारा अपराध करार दिया।
केंद्र ने मामले से खुद को अलग किया था : इस मामले की सुनवाई के दौरान केंद्र ने धारा 377 पर अपना पक्ष रखने से इनकार कर दिया था। सरकार का कहना था कि यह कोर्ट ही तय करे कि 377 के तहत बालिगों का समलैंगिक संबंध बनाना अपराध है, या नहीं। हालांकि, केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया था कि समलैंगिक विवाह, संपत्ति और पैतृक अधिकारों जैसे मुद्दों पर विचार न किया जाए, क्योंकि इसके कई विपरीत परिणाम सामने आ सकते हैं। दिल्ली.  एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलकर नया कानून बनाने के विरोध में सवर्ण संगठनों ने गुरुवार को भारत बंद बुलाया है। बंद का सबसे ज्यादा असर बिहार में देखा जा रहा है। बिहार के दरभंगा, आरा और मुंगेर में प्रदर्शन हुए। यहां प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनें रोक दीं। मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र में भी प्रदर्शनकारियों ने चक्काजाम किया।
उत्तरप्रदेश के इलाहाबाद, मध्यप्रदेश के ग्वालियर और भोपाल में सुबह बाजार बंद देखे गए। मध्यप्रदेश में कई स्कूल-कॉलेज बंद हैं। पेट्रोल पंपों को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक बंद रखा गया है। राज्य के 35 जिलों में हाईअलर्ट है। इससे पहले, दलित संगठनों ने भी 2 अप्रैल को भारत बंद बुलाया था।
संशोधित कानून के विरोध में पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के ग्वालियर स्थित आवास पर प्रदर्शन हुआ था। राज्य में मंत्री माया सिंह को काले झंडे दिखाए गए थे। विदिशा में विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर को विरोध का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के सामने भी नारेबाजी हुई थी। बढ़ते विरोध की वजह से पुलिस ने ग्वालियर में मंत्रियों के बंगलों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी। ग्वालियर-चंबल अंचल के सभी सांसद, मंत्री और विधायकों ने बुधवार और गुरुवार के तमाम सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द कर दिए। प्रशासन ने  ग्वालियर, भिंड, मुरैना, शिवपुरी, श्योपुर और दतिया में धारा 144 लागू कर सभा, जुलूस और प्रदर्शन पर पाबंदी लगा दी।
एससी/एसटी एक्ट : फैसला, विरोध और संशोधित कानून : सुप्रीम कोर्ट ने 20 मार्च को एससी-एसटी अत्याचार निवारण एक्ट में तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी और अग्रिम जमानत से जुड़े कुछ बदलाव किए थे। अदालत का कहना था कि इस एक्ट का इस्तेमाल बेगुनाहों को डराने के लिए नहीं होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद दलित संगठनों ने 2 अप्रैल को भारत बंद बुलाया था। इस बंद का कई राजनीतिक पार्टियों ने समर्थन भी किया था। इस दौरान 10 से ज्यादा राज्यों में हिंसा हुई और 14 लोगों की मौत हुई थी।
चार राज्यों में सबसे ज्यादा प्रदर्शन हुए थे : अप्रैल में हुए प्रदर्शनों का सबसे ज्यादा असर मध्यप्रदेश, बिहार, उत्तरप्रदेश और राजस्थान में हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 अप्रैल को कहा था, "मैं देश को विश्वास दिलाता हूं कि जो कड़ा कानून बनाया गया है, उसे प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा।'' केंद्र सरकार पर विपक्ष और एनडीए के सहयोगी दल अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले बदलने की मांग कर रहे थे। इसके बाद केंद्र ने संसद के मानसून सत्र में एक बिल पास कर संशोधित कानून बनाया। सरकार का दावा है कि कानून अब पहले से भी सख्त है।
संशोधित कानून बनने के बाद फिर विरोध : हाल ही में उत्तर भारत के कुछ राज्यों में प्रदर्शन तेज हुए हैं। विरोध करने वालों का कहना है कि एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग अन्य पिछड़ा जाति और सामान्य जाति के लोगों को फंसाने में किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला सही था।
17 फीसदी दलित वोट : एससी-एसटी कानून का मुद्दा इसलिए भी गरमाया हुआ है क्योंकि, देश में 17% दलित वोट हैं। इनका 150 से अधिक लोकसभा सीटों पर प्रभाव है। 131 सांसद इसी वर्ग से हैं। अप्रैल में जिन 12 राज्यों में हिंसा हुई, वहां एससी/एसटी वर्ग से 80 लोकसभा सदस्य हैं। एनसीआरबी के मुताबिक देशभर में एससी-एसटी एक्ट के तहत 47,369 शिकायतें दर्ज हुई थीं। इसमें से 13% यानी 6259 शिकायतें झूठी पाई गईं। मध्यप्रदेश में 2014 में एससी-एसटी एक्ट के तहत मप्र में 4871 मामले दर्ज थे, जो 2017 में बढ़कर 8037 हो गए।

Tuesday, September 4, 2018

绿色和平快闪行动呼吁为中国江河去毒

23下午五点,在北京大型名品时尚购物中心赛特奥莱广场,绿色和平的三十多位志愿者来了一次“快闪行动”。
两个拖着箱式音响的年轻人走过广场边的专卖店门口,突然,动感十足的音乐响起,在广场周边和店铺里闲逛的志愿者迅速集中在广场中心列队跳起了激情的集体舞。之后,他们一齐把穿在身上的名牌T恤脱掉,露出身上印有的“无毒才够酷”的字样
绿色和平污染防治项目主任张凯告诉中外对话,这4分钟的快闪活动在全球14个国家的36个城市同时进行,包括中国、西班牙、德国、法国、丹麦、奥地利、意大利、阿根廷、泰国和菲律宾等国共有超过2000人参与。这次快闪活动已申请吉尼斯世界纪录——即“有史以来针对某品牌的全球最多公众参与的快闪行动”。
此次行动旨在呼吁阿迪达斯、耐克和李宁等知名服装品牌加入到绿色和平“为中国江河去毒”的行动中,在其生产过程中逐步淘汰所有的有毒有害物质。这是绿色和平为一周前公布的《时尚之毒—全球服装品牌的中国水污染调查》报告进行的后续宣传和推进活动之一。张凯告诉中外对话,绿色和平会一直行动到知名品牌们出来承诺淘汰其在供应链中使用的有毒有害物质。
张凯介绍,绿色和平公布《时尚之毒—全球服装品牌的中国水污染调查》报告的目的,并不在于改变报告中提到的两家供应商,而在于敦促他们背后的知名品牌做出有毒有害物质零排放的承诺。“在纺织品供应链中,大品牌公司对整个服装行业起主导作用,耐克,阿迪达斯和李宁等行业巨头完全有能力对其供应链的改进做出贡献,从而带动整个纺织行业淘汰所有的有毒有害物质。”张凯说。
中国是纺织品第一大出口国,由纺织工业带来的水污染问题非常严重,以壬基酚NP、全氟辛烷磺酸PFOS等有毒有害物质为代表的纺织印染化学品仍然在广泛使用。而在发达国家,欧盟法律和国际公约已对这些物质进行了管制。名列纺织出口第二的欧盟对壬基酚和全氟辛烷磺酸已实行禁用,他们已找到了这些化学药剂的替代品。在美国,全氟辛烷磺酸PFOS也是被严格禁用的。中国政府也与20111月将壬基酚列入《严格限制进出口的有毒化学品》名录。这些背景,是绿色和平开展《时尚之毒—全球服装品牌的中国水污染调查》和呼吁行动的初衷,张凯介绍。
“目前,我们正在跟包括这三大运动品牌在内的多个品牌进行接触,希望他们能够尽快公布一个淘汰有毒有害物质的确切时间表。”张凯说。但报告公开发表之后,只有耐克于本月18日通过其官方网站发表声明,对绿色和平做出了正面回应。耐克称:“耐克对绿色和平组织强调,我们的承诺与无毒的未来是相同的目标。我们相信,我们有机会合作发展,面向向减少浪费和消除危险化学品和不可再生能源消耗。”但声明中仍然坚持,耐克在绿色和平报告中提到的供应商生产地只进行剪裁和缝制流程。对于有毒有害化学品零排放问题并没有做出承诺,更没有绿色和平期待的相关举措方案及时间表。其他品牌则保持沉默,但在他们的官网和企业报告中,保护环境、清洁生产却是他们挂在嘴边的行为准则。
“我们会一直做到品牌企业出面承诺为止。”张凯说。绿色和平为准备这个报告总共花费了一年多时间,大部分时间花在污水取样和产业链调查工作上。对于产业关系,甚至到中山国泰质疑的污水排放口问题,亲自进行调查和取样的张凯都有十足的把握。
报告发布之后,地方政府也给予了回应,他们表示,工厂排放的污水是符合标准的,经环保局监测为合格。张凯强调说,《时尚之毒—全球服装品牌的中国水污染调查》并没有提到两家供应商排污违反了国家标准。“这是国家标准的空白。”张凯无奈地说。
实际上,中国已有印染行业排放标准,中国有关部门在近两年里也在积极加紧工业有毒有害化学品的立法工作。在国际上,全氟辛烷磺酸PFOS已被列入《斯德哥尔摩公约》,中国是签署国之一,壬基酚NP在中国也实行了禁用,这说明政府对这些化学品的危害性是清楚的。但还没有制定排放标准。目前,绿色和平正在和国家环保部进行沟通,呼吁政策对有毒有害化学品实行进一步的严格限制。报告已寄送环保部,正在等候回应。
除了此次快闪活动,绿色和平“为中国江河去毒”的网络接力活动也正在如火如荼的进行,至今已有三千多微博用户加入到该行动中。绿色和平邀请更多的消费者,将各自的环保愿望通 @李宁、阿迪达斯和耐克的官方账号传递给这些品牌,直接呼吁他们做出绿色改变。
,集中在阿迪达斯折扣店门前表达他们拒绝有毒有害物质的决心。