Tuesday, September 18, 2018

एशिया कप: तमीम इक़बाल जिसने एक हाथ से की बल्लेबाजी

अपने किरदार पर बात करते हुए अनुष्का कहती हैं, "मैं इस फ़िल्म में बहुत ही सीधी और एक गांव की महिला का किरदार निभा रही हूँ. वो दिखने में सीधी ज़रूर है, लेकिन बहुत ही आत्मविश्वासी और मेहनती है. मैंने असल ज़िन्दगी में ऐसे कई लोग देखे हैं जो घर पर काम करने वाली महिला को वो इज्ज़त और हक़ नहीं देते जो उन्हें मिलना चाहिए."
"लोगों को लगता है कि जो औरतें घर संभालती हैं वो कुछ नहीं करतीं क्योंकि वो कमाती नहीं है और जो महिला घर से बाहर जाती है, पैसे कमाती है वो ही मेहनत करती है. बल्कि ऐसी सोच ग़लत है. अगर घर सँभालने वाली महिला घर ना संभाले, बच्चों की देख-रेख ना करे तो आप कैसे आराम से दफ़्तर जा सकते है. कैसे आप बिना किसी चिंता के काम पर ध्यान दे सकते हैं. इसलिए ज़रूरी है कि हर किसी को बराबर सम्मान दें और ये याद रखें कि आपकी तरक्की में आपके घर की महिला का बहुत बड़ा योगदान है."
वरुण धवन और अनुष्का शर्मा की फिल्म 'सुई धागा: मेड इन इंडिया' कहानी है ममता और मौजी की, जो जिंदगी की ठोकर लगने के बाद ख़ुद ही अपने सपनों को बुनते हैं.
कड़ी मेहनत से नामुमकिन से लगने वाले सपनों को पूरा करते हैं. फिल्म का निर्देशन शरत कटारिया ने किया है. फिल्म में वरुण और अनुष्का पति-पत्नी बने हैं.
मनीष शर्मा ने इस फिल्म को प्रोड्यूस किया है. फिल्म के ज़्यादातर हिस्से की शूटिंग मध्य प्रदेश में हुई है. फिल्म इसी साल 28 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ हो रही है.
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में शनिवार को एक ऐसी चीज देखने को मिली जो क्रिकेट के मैदान पर कभी-कभी ही देखने को मिलती है.
एशिया कप में श्रीलंका के ख़िलाफ़ बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेशी टीम को शुरुआत में ही तमीम इक़बाल के रूप में करारा झटका लगा.
मैच के दूसरे ओवर में ही कलाई में लगी चोट की वजह से डॉक्टरों ने उन्हें मैदान के बाहर भेज दिया. यही नहीं डॉक्टरों ने कहा कि अब वह एशिया कप भी नहीं खेल पाएंगे.
मैच के दूसरे ओवर में ही रिटायर्ड हर्ट होने के बाद तमीम को अस्पताल ले जाया गया जहां किए गए स्कैन में पता चला कि उनकी उंगली की हड्डी टूट गई है.
लेकिन तमीम के क्रीज़ से हटते ही उनकी टीम के विकेट गिरना शुरू हो गए.
इन दो खिलाड़ियों के अलावा बांग्लादेश का कोई बल्लेबाज 20 रन का आंकड़ा भी पार नहीं कर सका.
मुशफिकर रहीम एक छोर पर डटे हुए थे लेकिन दूसरे छोर पर एक के बाद एक खिलाड़ी आउट होता जा रहा था. मैच में 46.5 ओवर पर बांग्लादेश की टीम के 9 विकेट गिर चुके थे और टीम का स्कोर 229 रन था.
बांग्लादेशी टीम के 9 विकेट गिरने के बाद एक तरह से ये तय हो गया था कि श्रीलंका को जीत के लिए 230 रन बनाने होंगे.
लेकिन तभी एक चौंकाने वाली बात हुई और तमीम इक़बाल ने चोट के बावजूद मैदान पर उतरने का फ़ैसला किया.
तमीम ने मैदान पर उतरने के बाद सिर्फ दो गेंद और खेली लेकिन उनकी वजह से टीम का स्कोर 261 रन पहुंच गया.
क्रिकेट या किसी और खेल में खिलाड़ियों की फिटनेस मैच में जीत-हार तय करने में अहम भूमिका निभाती है.
लेकिन क्रिकेट के मैदान पर कभी-कभी ऐसे खिलाड़ी भी देखे जाते हैं जो चोटिल होने के बाद भी क्रिकेट और अपने देश के लिए खेलने उतर आते हैं.
तमीम इक़बाल का नाम आज ऐसे ही खिलाड़ियों में शामिल हो गया है.
इससे पहले अनिल कुंबले भी जबड़े में चोट लगने के बाद बॉलिंग करने के लिए मैदान में उतर चुके हैं.
लेकिन अगर बल्लेबाजी की बात करें तो वेस्ट इंडीज़ के मैल्कम मार्शल ने साल 1984 में इंग्लिश टीम के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच में खेलते हुए टूटे हाथ से बल्लेबाजी की थी.

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